व्यायाम का महत्व


मानव को स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम के महत्व पर ध्यान देना चाहिए। व्यायान प्रत्येक मनुष्य को सुबह-शाम करनी चाहिए। खासकर छात्र-छात्राओं और युवाओं को व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम करने से हम तंदुरुस्त और मानसिक संतुलन ठीक रहता है। व्यायाम करने से हमारे शरीर की बीमारियां दूर होती है। 

प्रत्येक दिन सुबह-शाम व्यायाम करना उतना ही जरूरी है जितना भोजन के बराबर है। व्यायाम करते समय हाथ पैर और पेट का ध्यान रखना चाहिए। कहते हैं , खुली हवा में चलने से शारीरिक संतुलन संतुलित संगठित और शरीर सुडौल होता है। व्यायाम करने से पाचन शक्ति , मांसपेशियां आंख , कान , त्वचा सभी ठीक रहते हैं। खासकर छात्र छात्राओं को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर खुले हवा में टहलनी चाहिएं। 

व्यायाम हमें लंबी उम्र और बीमारियों से दूर भगाती है। जैसा कि कहा गया है :- ' योग भगाएं रोग ' 

आप बीमार न हो , आपकी आयु लंबी हो इसके लिए समयानुसार प्रत्येक दिन योगाभ्यास करना चाहिए। जो छात्र छात्राएं अपने को स्वस्थ और शरीर को मजबूत बनाना चाहते हैं उन्हें व्यायाम अवश्य करनी चाहिए।



नियम :- व्यायाम सूर्योदय के पूर्व उठकर खुले आकाश के नीचे हाथ , पैर गर्दन , आंख , नाक , के स्वास नली का जरूर करना चाहिए। इससे सभी अंग काम करने में सक्षम होते हैं।

यदि हम अपने जीवन चर्या में व्यायाम के नियम को जोड़ लें तो हमारा जीवन सुखदाई और स्वर्णिम बन जाता है।

हम सभी मानव को व्यायाम का महत्व अवश्य समझना चाहिए तभी हमारा जीवन लाभदायक सिद्ध होगा। इसके लिए समय-समय पर दूध , फल , केला , सेब , अंडा आदि का भी सेवन करना चाहिए। तभी हम व्यायाम का लाभ ले सकते हैं।

निष्कर्ष :- अतः यह कहा जा सकता है कि व्यायाम का महत्व समझने वाला ही जीवन को सफल बना सकता है जैसा कि कहा गया है :- 


"Health is Wealth"

"स्वास्थ्य ही धन है"

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